सफेद बाल
सफेद बाल
मोहित की लाश के पास पड़े एक लंबे सफेद बाल को डिब्बी में रखते हुए पीटर को इतना तो आभास हो ही गया था कि इस कत्ल के पीछे ज़रूर किसी स्त्री का हाथ है। उधर मोहित की माँ का रो रोकर बुरा हाल था। परिवार में मोहित के अलावा उसकी दो बड़ी बहने और पिता थे। मोहित पढ़ने में बहुत ही अच्छा था , ज्यादा दोस्त भी नहीं थे उसके। बस स्कूल से घर और घर से ट्यूशन इसी उधेड़ बुन में वह अपनी बारहवीं कक्षा पूरी करने में लगा हुआ था .... फिर भला कोई उसे क्यूँ मारेगा ?
घर आकर पीटर अपनी डायरी में रखी पूरे परिवार की फोटो का बहुत बारीकी से अध्ययन करने लगा। तभी उसे फोटो को जूम करने पर सोनाली के सफेद बाल नज़र आये। सोनाली मोहित की सबसे बड़ी बहन थी और दूसरी बहन थी परी। सोनाली की उम्र केवल पच्चीस साल थी और इतनी कम उम्र में बालों का सफेद होना जरूर किसी मानसिक रोग के होने का इशारा करता था।
पीटर ने अब सोनाली के इतिहास को खंगालना शुरू किया और उसे पता चला कि सोनाली अपने गुस्से पर काबू नहीं कर पाती। सोनाली को जब पूछताछ के लिए थाने ले जाया गया तब पहले तो वो मना करती रही पर बाद में कड़ाई से पूछने पर उसने ये कबूल किया की उसने ही अपने छोटे भाई मोहित पर चाकू से पाँच वार किये थे जिसकी वजह से मोहित की मौत हो गई। दरअसल मोहित ये नहीं चाहता था कि सोनाली बहुत सा मेकअप करके रोज नए नए लड़को के साथ घूमे। इसी बात पर उस दिन उन दोनो की बहस हो गई और सोनाली ने गुस्से में अपने भाई को जान से मार दिया। सोनाली की माँ सच सुनते ही एकदम टूट सी गई .... आज उसने अपने दो बच्चों को खो दिया था। पीटर ने डिब्बी में रखा सफेद बाल सोनाली की माँ को दे दिया और धीरे से कहा ," कभी - कभी शरीर में आये बदलाव भी हमे कातिल बना देते हैं .... इसलिये इन्हें नज़रअन्दाज नहीं करना चाहिए। "