संघर्ष
संघर्ष
संघर्ष ही जीवन है या जीवन एक संघर्ष हैं हैं पता नहीं एस पर कुछ कह पाना मुश्किल। जनम से लेकर मृत्यु तक संघर्ष ही संघर्ष है। जब बच्चा छोटा होता हैं तो भी संघर्ष करता है क्योंकि उसे बोलना नहीं आता, चलना नहीं आता--- धीरे-धीरे इन सबको सीखने के लिए उसे संघर्ष करना पड़ता है। जीवन का हर पड़ाव एक संघर्ष है। संघर्ष के बिना कुछ नहीं मिलता अगर आपको अच्छी जिन्दगी जीनी है तो रोज भाग दौड़ करनी पड़ेगी। जंगल के राजा को भी शिकार के लिए संघर्ष करना पड़ता है। जो संघर्ष से डर जाते हैं उनका साथ तो जीवन भी नहीं देता।
