पिता का महत्व
पिता का महत्व
नमस्ते दोस्तो! कैसे है आप? आशा करती हूं आप सब अपने घर में सुरक्षित होंगे। पिता शब्द के बारे में कहना कठिन है क्योंकि वो अनमोल है फिर भी मैं अपने विचारों को रखने का प्रयास कर रही हूँ। इसमें मुझसे कोई गलती हो जाये तो मुझे क्षमा करना। पिता परिवार के लिए ऐसा वृक्ष होता है जो अपनी छाया सबको देता है। पिता परिवार की आस और विश्वास होता है। पिता का पूरा जीवन अपने परिवार के चारों तरफ घूमता हैं। वह हमेशा अपने बच्चों को खुशी देने की सोचते है। पिता का प्यार अनमोल होता है। बच्चों की पहचान अपने पिता से ही होती है। पिता बच्चों के संघर्ष में उनके हौसले की दीवार होता है।
पिता का लगाव तो वैसे अपने बेटा बेटी दोनों से होता है लेकिन पिता का प्यार बेटी के लिए कुछ अलग महत्व रखता है शायद इसलिए बेटियाँ पापा की परी , पापा की लाडली कहलाती हैं। पिता के बेगार जीवन एक कटी पतंग की तरह होता है। सपनों को पूरा करने वाली जान है पिता। पिता अपने परिवार की ज़िम्मेदारी से लदी गाड़ी का सारथी है। हमें शीतल छाओ में रखा पिता ने खुद जलते रहे कड़ी धूप में मैंने देखा है एक फरिश्ता पिता के रूप में। पिता हमारी जिंदगी में एक सूरज की तरह होते है वैसे तो गरम रहते है लेकिन जब चले जाते है तो हमारे जीवन में अंधकार छा जाता है।
MISS U PAPA!