रूबरू
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"मां, बताओ ना फैंसी ड्रेस कॉम्पटीशन में क्या बनूं? प्लीज़ कुछ ऐसा बनाओ कि मैं ही प्राइज जीतूं", पांच वर्षीय नेहल अपनी मां के गले में झूल उनको पूछ रही थी।
"मैं बताता हूं, मेरी रानी बिटिया एक नन्हा सा पौधा बनकर जाएगी कॉम्पटीशन में और साथ में पर्यावरण बचाने का संदेश हाथ में।"
"पापा पेड़ से पर्यावरण बचता है?"
"हां बेटा।"
"फिर जो आपने अपनी फैक्ट्री बनवाने के लिए इतने पेड़ कटवाए मतलब इतना सारा पर्यावरण खराब हो गया।"
नेहल के मम्मी पापा चुप खड़े थे। अपनी बेटी ही ज़ोर का तमाचा मार कर असलियत से रूबरू जो करा गई।
