रॉन्ग नंबर
रॉन्ग नंबर
"बहू देखो तो जरा ये कौन लड़का है? कल से ही मुझे फोन कर करके परेशान कर रहा है और गन्दी गन्दी फोटो भी भेज रहा है!"
सत्तर साल की शारदा जी ने अपनी पोता बहू नैना को अपना फोन दिखाते हुऐ कहा तो नैना ने मुस्कराते हुऐ पूछा ...
"क्या बोल रहा है दादी वो आपको"
"क्या बतायें बहू वो लड़का न ऐसी बातें कर रहा है कि हमें तो बताने में भी शर्म आ रही है। आवाज से तो बहुत छोटी उम्र का लड़का लग रहा है पर बातें बहुत ही गंदी कर रहा है हमसे तो कुछ बोलते नहीं बन रहा अब तुम्हीं देख लो। हमें तो लग रहा हमने ये फोन लेकर बड़ी गलती कर दी। राम राम इसके चक्कर में इस बुढ़ापे में ये सब सुनना और देखना पड़ रहा है।"
दादी थोड़ा गंभीर और परेशान होकर बोलीं तो नैना को भी बहुत दुख हुआ। नैना और उसके पति रविंद्र यानी शारदा जी का पोता दोनों नौकरी करते हैं। नैना के सास ससुर का स्वर्गवास हो चुका है।पू रे दिन घर पर दादी केयरटेकर शीला जी के साथ रहती थी। जबसे लेड लाइन का जमाना गया तब से दादी अपना किपैड वाला फोन चला रहीं थीं पर दादी अपने आप को बहुत अपडेट रखती हैं इसीलिये उन्होंने रविंद्र से कह कर की पेड वाला फोन हटा कर टच वाला लिया और उसे बड़े शौक से चलाना सीखा।
वो टच फोन पाकर बड़ी खुश थी क्योंकि इसमें वो अपनी पसंद की भागवत गाने देख अपना समय व्यतीत कर लेती थी पर आज वो उसी फोन से बहुत दुखी हो गईं थीं।
नैना ने फोन लेकर देखा सच में उस लड़के ने बड़ी ही अभद्र भाषा के साथ कुछ अश्लील फोटो और वीडियो भेजे थे जिन में से दादी ने कुछ को तो देखा था पर उसके बाद डर और शर्म की वजह से उन्होंने उसकी प्रोफाइल खोली तक नहीं थी। उसकी प्रोफाइल फोटो में कोई बीस पच्चीस साल के लड़के की पढ़ाई करते हुऐ तस्वीर लगी थी जिसे देखकर नैना सोचने लगी..
कैसे कैसे होते हैं आजकल के बच्चे मां बाप ये सोच कर खुश होते हैं कि हमारा बेटा ऑन लाइन पढ़ाई कर रहा है और बच्चे पढ़ाई छोड़कर रॉन्ग नम्बर लगा-लगा कर महिलाओं को परेशान करते हैं। उन्हें ये भी नहीं लगता कि सामने से बोल रही महिला जवान है कि सत्तर साल की बूढ़ी है उन्हें तो बस इससे मतलब है कि उनके सामने सिर्फ एक महिला है।
ऐसे लड़कों की वजह से न जाने कितनी महिलाएं दादी की तरह ही डर के मारे अपने फोन को हाथ लगाने से भी डरने लगती हैं। वो तो सिर्फ अपने मजे के लिऐ करते है पर महिलाओं का तो बिना घर से बाहर निकले ही शोषण हो जाता है।
अभी नैना ये सब सोचते हुऐ उस नंबर को वाट्सऐप पर ब्लॉक कर ही रही थी कि उसी लड़के का फोन आ गया नैना ने कॉल रिकॉर्डर ऑन कर जैसे ही फोन उठाया वहां से आवाज आई...
"हाय जानेमन देख लिए सारे वीडियो कैसे लगे तन बदन में आग लगी की नहीं?"
उसकी बातें सुनकर नैना का खून खौल उठा तो वो गुस्से में पर सधे शब्दों में बोली.....
" हां आग लगी तो है अब सोच रही हूं इस आग को बुझाने के लिऐ पुलिस स्टेशन चली जाऊं।"
ये सुनकर वो लड़का बड़ी ठिठाई से हंसते हुऐ बोला....
" अरे जानेमन आग बुझाने के लिऐ पुलिस के पास जाने कि क्या जरूरत है बस अपना एड्रेस भेज दो या छोड़ो सिर्फ अपनी लोकेशन भेज दो मैं खुद ही पहुंच जाऊंगा आपकी आग बुझाने."
नैना थोड़ा मुस्कराते हुऐ उस लड़के से बोली ....."अरे तुम्हे आने की जरूरत नहीं है मैने तुम्हारी कॉल रिकॉर्ड कर ली है अब इसे पुलिस को भेज दूंगी वो खुद ही तुम्हे ले आयेंगे।"
इस बार वो लड़का थोड़ा डरी हुई आवाज में बोला....
" मैं डरता नहीं हूं ऐसी धमकियों से वैसे भी तुम लड़कियां खुद ही इतना डरती हो अपनी बदनामी से तुम क्या हमारी शिकायत करोगी मैं तो रोज न जाने कितने रॉग नम्बर लगाता हूं पहले तुम जैसी कुछ लड़कियां नखरे करतीं है फिर सबको खुद ही मजा आने लगता है तो चुपचाप सुनती रहती हैं।"
उसकी बात सुनकर नैना अपने आपे से बाहर हो गई वो लगभग चीखते हुऐ बोली....
"लगाते होगे तुम रोज लड़कियों को रॉग नम्बर पर इसबार तुमने किसी लड़की को नहीं दादी को परेशान किया है जिसकी सजा तो मैं तुम्हें दिलाकर रहूंगी। तुम समझते क्या हो अपने आपको लड़के हो तो किसी को भी परेशान करोगे अब देखो मैं तुम्हारा क्या हाल करती हूं अब तुम रॉग नम्बर तो छोड़ो कोई जरूरी नंबर भी नहीं मिला पाओगे।"
अब तक शायद उस लड़के को भी पता चल गया था कि इसबार उसका रॉन्ग नम्बर सच में गलत जगह लग गया है इसलिये अब उसका स्वर बदल गया था वो नैना से "दीदी मुझे माफ कर दो, दीदी गलती हो गई जैसे वाक्य दोहरा रहा था पर नैना उसे माफ करने के मूड में बिल्कुल नहीं थी क्योंकि उसने उसकी भोली भाली दादी जैसी न जाने कितनी औरतों को परेशान किया था।"
नैना को लग रहा था अगर आज इसे ऐसे ही छोड़ दिया तो ये फिर से वही सब करेगा और नैना तो उसे सजा दिलवा उसके जैसे और भी लड़कों को ये सबक सिखाना चाहती थी कि अब सिर्फ गली मोहल्लों में महिलाओं को परेशान करने वालों को ही नहीं फोन पर भी जो लड़का हम महिलाओं को रॉग नम्बर लगाकर परेशान करेगा उन्हें भी बख्शा नहीं जायेगा। अब बदनामी का डर सिर्फ लड़कियों को नहीं लड़कों को भी लगना चाहिए बस यही सोच कर नैना ने ऑनलाइन क्राइम पुलिस सर्विस को फोन लगा दिया।