राज जो खुल न सका
राज जो खुल न सका
5 वर्ष से ऊपर हो चुके थे मनु और तृप्ति की शादी के,पर विवाह के इतने वर्षों बाद भी दोनों को साथ रहने का अवसर न मिल पाया था।बैंक में प्रोबेशनरी ऑफिसर तृप्ति भारत मे ही रह गई और मनु जो एक मल्टी नेशनल कंपनी में काम करता था उसकी पोस्टिंग सिंगापुर थी।पर ये दूरी उनके प्यार में बाधक नही थी। रोज ही फ़ोन पर आधे घंटे से ऊपर की बातचीत प्यार के साथ साथ दिनचर्या भी उंडेल दी जातीसिर्फ एक छोटा बेटा था जो प्ले स्कूल जाता था।कभी मनु की कंपनी से छुट्टियां मैनेज हो जाती, तो वो भारत,और कभी तृप्ति छुट्टी लेकर सिंगापुर-----
उन दिनों उनकी चुहल उनका पार्क, पिक्चर,हर जगह प्रेमी जोड़े की तरह दिखना, लोगों की ईर्ष्या का कारण होता।इस बार फिर मनु भारत आया था,15 दिन की छुट्टी लेकर।2,4 दिन वही रूटीन मनु की पसंद का खाना, घूमना---
एक दिन जब बैंक से तृप्ति घर लौटी उसे अपने कमरे का दृश्य कुछ असामान्य दिखा।अचानक उसे अपनी डायरी याद आई, उसका चेहरा फक पड़ चुका था।और उसे वो डायरी मनु की अटैची में मिली, और वहीं कपड़ों के नीचे था एक और मोबाइल---लंबी लंबी कॉल्स सिंगापुर की, उत्सुकतावश ही नंबर डायल किया!
"हाइ जान", एक चहकती हुई आवाज थी, और उसने फ़ोन काट दिया।रात में रोज की तरह कॉफ़ी बनाती तृप्ति को अहसास हुआ किचन के दरवाजे पर कोई है।और कॉफ़ी छानते उसके हाथ से अनायास ही कॉफ़ी छलक गई।तभी ड्राइंग रूम से मनु की आवाज सुनाई दी "आज कॉफ़ी में इतनी देर क्यों,और कॉफ़ी का पहला घूंट लेते ही मनु के मुँह से निकला शक्कर???"
"सॉरी अभी लाई।" और दोनों सामान्य दिनों की तरह हंसते बोलते कॉफ़ी पीते रहे।
सुबह जब बाई और पड़ोसियों के दरवाजे को पीटने के बाद भी दरवाजा नही खुला तो पुलिस को बुलाया गया।दरवाजा तोड़ा गया, और वहां थे मनु और तृप्ति के निर्जीव शरीरमेज पर थे कॉफ़ी के दो मग जिन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया।बॉलकोनी में थी एक अधजली डायरी जिसमे कुछ भी लिखा स्पष्ट नही था।जांच में स्पष्ट था कि कॉफ़ी में जहर था।छोटा बच्चा कुछ भी नही बता सका, सिर्फ रो रहा था
क्या हुआ होगा?
ये एक ऐसा राज था जो दोनो के जाने के बाद खुल न सका। महज कयास ही लगाए जा रहे थे।दोनो के एक्स्ट्रा मेरिटल संबंध थे???तृप्ति ने मनु को जहर देना चाहा? मनु ने दूसरे प्याले को फुर्ती से बदला?
पर क्या तृप्ति दोनो का ही जीवन समाप्त करना चाहती थी? या मनु तृप्ति को खत्म करना चाहता था और अवसर पाकर तृप्ति के सामने वाले कप में जहर डाला?ये एक ऐसा राज था जो खुल न सका!
