प्रेम का बदला
प्रेम का बदला
प्रेम अपने बॉस से बदला लेना चाहता है क्योंकि उसका बॉस रोज़ रोज़ उसको डांटता है|
वो उसके और सेक्रेटरी के राज जानता है, उन दोनों का प्रेम चक्कर भी जानता है|
प्रेम बॉस को सबक सिखाने के लिए उसकी बीवी से दोस्ती करता है| उससे प्यार का झूठा नाटक खेलता है|
जब बॉस को पता चलता है तो वह आग बबूला हो जाता है, तब प्रेम उसको ब्लैकमेल करता है और कहता है, "मैं भाभी को बता दूंगा तुम्हारे और वर्षा के बारे में या तो तुम वर्षा से अपना चक्कर बन्द करो या फिर भाभी को बता दूंगा|"
"अपनी बीवी से कोई चक्कर रखे तो आग बबूला होते हो और दूसरी औरतों से चक्कर रखते हो|"
बॉस की बीवी को वर्षा के चक्कर के बारे में पता चल जाता है, अब तो बॉस की खैर नहीं|