पीला फूल

पीला फूल

4 mins
294


एंजेला को लगता है कि इस समय उसके जीवन का सबसे खुशनुमा अध्याय चल रहा है। अभी तीन महीने पहले ही उसकी पीटर से शादी हुई है। पीटर, उससे बहुत प्यार करता है और उसकी एक एक जरूरत का ख्याल रखता है। इसलिए एंजेला की जिन्दगी बड़ी मजे से कट रही थी।


उसकी बहन, और उसी की हमउम्र पामेला उसके पतिभाग्य पर आज भी जलती है। हा, माना कि एंजेला के रेशम से, काले,कमर तक लंबे घने बाल बहुत ही सुंदर है। उसकी गोरी चिट्ठी त्वचा और सुंदर बड़े-बड़े कजरारे नैन बहुत ही मनमोहक है। ऐसे कम पुरुष ही इस दुनिया में हैं जो उसके वक्षों का उभार और निर्मेद छरहरे वदन के आकर्षण को रोक पाए, लेकिन फिर भी पीटर जैसे धनवान और सच्चरित्र पुरुष से उसकी शादी हो जाएगी , इसकी पामेला को उम्मीद न थी।


पीटर के इतने बड़े घर में बाइस वर्षीय एंजेला कभी कभी अपने आपको बहुत छोटा महसूस करती थी। शायद पामेला ठीक ही कहती है, वह इस रइसी के लायक न थी। सबकुछ इतनी जल्दी-जल्दी में हो गया!! एक महीने की कोर्टशिप के बाद ही पीटर का उससे शादी करने का निर्णय लेना सबकुछ बिलकुल सपने जैसा था!! लेकिन पीटर का व्यवहार उसे बहुत सुकून देता था। वह बड़ा ही नेकदिल इंसान है। उसने पहले दिन ही उससे कह दिया था कि वह जैसे चाहे वैसे रह सकती है।



पीटर के इस आलीशान घर में कुल कितने कमरे हैं इसका हिसाब वह आज तक ठीकठाक न लगा पाई थी! पता नहीं, लोग इतने कमरों का क्या करते हैं? रहने वाले सिर्फ तीन ही तो प्राणी है! खैर, पीटर के घर का ड्राइंग रूम की यह पेंटिंग उसे बड़ा अच्छा लगता है। अरे!! इसमें तो पीटर के आद्याक्षर हैं। पीटर ने उसे कभी नहीं बताया कि उसे पेंटिंग का शौक भी है!और उसकी सबसे पसंदीदा जगह यदि इस पूरे बंगले में कहीं है तो वह यह छोटा सा गार्डन। इसमें उगी सब्जियाॅ और फूलों का देखभाल करना उसे बहुत अच्छा लगता है। उसके घर में पापा के पास भी कई खेत थे। इसलिए बचपन से ही उसे फूल और पेड़ -पौधे बहुत भाते थे। वह अकसर यहाॅ आ जाती है माली चाचा का हाथ बंटाने। पौधों को छोटे से धीरे -धीरे बड़े होते हुए देखकर उसे ऐसा लगता था कि ये पौधे न होकर मानों नन्हें-नन्हें बच्चे हो!



"अच्छा माली चाचा, उस टीलेनुमा जगह पर कितना सुंदर सा पीला फूल खिला है!! क्या मैं वहाॅ जा सकती हूं?"


"नहीं बिटिया, वह जगह तो जंगल है। ऊपर चारों तरफ कंटीले तार लगे हैं। वहाॅ जाना ठीक न होगा।"


परंतु वह सुंदर डेइसी जैसे पीले फूलों को रोज निहारती थी। मानों वे फूल हंस-हंसकर उसे अपने पास बुलाते हो। उसका जी ललचाया करता था। वह उन फूलों को तोड़कर अपने बेडरूम में रखे फूलदान में सजाना चाहती थी।


उसदिन माली चाचा किसी वजह से काम पर न आए थे। घर में भी कोई दूसरा न था। पीटर सुबह सुबह किसी क्लाइंट मीटिंग की वजह से बाहर जा चुके थे। बूढ़ी दादी अम्मा को रात से बुखार था। दवा लेकर वे अभी-अभी ज़रा सोई थी। एंजेला आज बिलकुल अकेली थी। अकेलापन काटने के लिए वह गार्डन में आकर पौधों के साथ वक्त बीताने लगी। अचानक उसने देखा कि उस पीले फूल की टहनी से सटकर एक अनजाना सा सुंदर बैंगनी फूल भी खिला हुआ था।


पास-पास की दो टहनी पर दो अलग-अलग किस्म के फूल थे!!आज तो उसका कौतुहल किसी भी तरह से रोके न रुक रहा था। कोई खास टोकने वाला भी न था। तो वह उस ओर तेजी से भागी। काॅटे वाली तार में उसका शर्ट फॅस गया था। बदन पर दो चार खरोंच के निशान भी आ गए थे परंतु वह रुक नहीं। पीले फूलवाले उस पौधे के पास पहुंचकर ही उसने दम लिया। वह हाॅफने लगी। दोनों फूलों को संजीदगी से तोड़ा । फिर वापस जाने लगी।



उसे डर था कि पीटर को कहीं मालूम न चल जाए कि वह यहां आई थी। उसने उसे यहाॅ आने से विशेष मना किया था। कहा था कि यहाॅ पर कई किस्म के जहरीले सांप हैं!! सांपों से एंजेला को बहुत डर लगता है ।वह घर की ओर चल दी। एक अजीब किस्म की बदबू यहां व्याप्त थी। एंजेला को ऊबकाई सी आने लगी थी। पीटर ठीक ही कहता था, उसे यहां नहीं आना चाहिए था। वह जल्दी-जल्दी कदम बढ़ाने लगी। तभी किसी चीज से ठोकर खाकर वह गिर पड़ी।देखा तो मिट्टी के नीचे कुछ दबा पड़ा था। मिट्टी हटाई तो एक महिला के हाथ के शक्लनुमा कुछ बाहर आया। उफ्फ् कितनी बदबूदार थी वह चीज़!! वह बेहोश हो गई!


रात को उसकी नौकरानी लीजी ने बताया कि पुलिस ने उनके मकान को चारों ओर से घेर लिया है,आज पहलीबार वह जान सकी कि वह पीटर की दूसरी बीवी है। और पहली बीवी पैट्रीशीया एक पेंटर थी।



Rate this content
Log in

Similar hindi story from Tragedy