आज का नया भारत
आज का नया भारत
कुछ दिन पहले दो तीन बुजुर्ग पार्क में बैठ कर बातें कर रहे थे कि यह पीढ़ी आजकल के हालात के बारे में कुछ सोचती नही ही नही है बस अपने आप मे ही सिमटी सी रहती है बस अपने मोबाइल में ही बिजी रहती है।
लेकिन फिर कुछ ही दिनों के बाद माहौल बदल गया।सारे यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स सरकार के किसी कानून के खिलाफ आवाज उठाने लगते है।फिर जेएनयू की फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ यह पीढ़ी फिर आगे आती है और अपनी बात पुरजोर तरीके से रखती है।लगता है कुछ खास बात है इनके अन्दर।एक उम्मीद की किरण जगा दी है इस नयी पीढ़ी ने।
अब देश मे जो भी होगा वह अच्छा ही होगा।आपको भी तो यही लग रहा होगा,नही?.....