रिया उनके पैरों से लिपट गई और वह पिघल उठीं। रिया उनके पैरों से लिपट गई और वह पिघल उठीं।
सह नहीं पाती माँ के व्यक्तित्व की प्रशंसा। सह नहीं पाती माँ के व्यक्तित्व की प्रशंसा।
अब देश मे जो भी होगा वह अच्छा ही होगा अब देश मे जो भी होगा वह अच्छा ही होगा
लेकिन बचपन से मुझे पुस्तकें पढ़ने का शौक था, पुस्तकों से ही मेरी मित्रता थी लेकिन बचपन से मुझे पुस्तकें पढ़ने का शौक था, पुस्तकों से ही मेरी मित्रता थी
मेरा लव अफेयर स्कूल छोड़ते ही ख़त्म हो गया और बात शादी तक पहुँच ही नहीं पाया। मेरा लव अफेयर स्कूल छोड़ते ही ख़त्म हो गया और बात शादी तक पहुँच ही नहीं पाया।
"लेकिन उन्हें ये पुरखों की जमीन और अपना धंधा यूँ ही छोड़ कर नहीं जाना चाहिए था। कुछ संघर्ष करते तो श... "लेकिन उन्हें ये पुरखों की जमीन और अपना धंधा यूँ ही छोड़ कर नहीं जाना चाहिए था। ...