नेकी पड़ी महंगी

नेकी पड़ी महंगी

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विकास के घर से ज़ोर ज़ोर से आवाजें आ रही थीं। बाहर भीड़ लगी थी। थोड़ी देर में गुड्डू रोने लगा मुझे नहीं रहना मैं मरने जा रहा हूँ।

बोलता हुआ बाहर निकल गया। सब पीछे पीछे दौड़ पड़े। थोड़ी ही देर में वह दौड़ता हुआ ओझल हो गया। वह जाकर कुँए में डूबने के लिए खड़ा हो गया।

उसी समय एक आदमी दूसरी और से चला आ रहा था उसने एक लड़के को कुँए से कूदने प्रयास करते हुए देखा। वह लड़के के पास गया और समझाने लगा। जब नहीं माना तो रामू हाथ पकड़ कर खींचने लगा, उसी समय पुलिस आती दिखी।

उसको देखते ही गुड्डू सोचने लगा कि पुलिस मुझे आत्महत्या के आरोप में पकड़ लेगी। तभी गुड्डू ने पैंतरा बदला और ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगा मुझे छोड़ दो मुझे मत धकेलो। पुलिस पास आ गई तो उस ने कहा कि यह मुझे धक्का दे रहा है मैं बचने की कोशिश कर रहा हूँ। 

किसी ने पुलिस को बताया कि एक लड़का रोता हुआ जा रहा है। पुलिस भी चल पड़ी उस ओर पुलिस ने रामू को धर दबोचा। 

यह हुआ आ बैल मुझे मार।


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