मासूमियत
मासूमियत
30 मई 2019 मैंने एक प्रश्न खड़ा किया था?आख़िर कोई व्यक्ति इतना क्रूर कैसे हो सकता है?
अलीगढ़ में 30 मई 2019 में एक ढाई साल की मासूम बच्ची अगवा की गई थी जिस मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी हुई थी उस पर देश भर में गुस्से का माहौल था, आखिर कोई व्यक्ति इतना क्रूर कैसे हो सकता हैं.? इस घटना पर इंसानियत तो शर्मसार हैं ही, हैवानियत भी शर्मसार हैं, वह दरिंदगी की पराकाष्ठा थी, 30 मई 2019 ढाई साल की बच्ची अगवा की गई थी। घर वालों ने उस ही दिन शिकायत दर्ज की थी, पर पुलिस वारदात समझ कर सुस्त पड़ी थी, यदि वह मामले की गम्भीरता को समझते उस समय तो आज वह बच्ची मासूम हमारे बीच जीवित होती और सवाल यही आज फिर से खड़ा कर रहा मासूमियत पर अत्याचार कब तक होता रहेगा.?बेवकूफ़ लोगों को कब अक्ल आएगी ? एक मासूम बच्ची जो हम सबके बीच नहीं हैं, उसने किसी का क्या बिगाड़ा था.? देश में जिस रफ्तार से मासूमों पर अत्याचार हो रहा हैं.? अनेकोनेक घटनाएँ हो रही हैं.? आये दिन दरिद्रता बढ़ते चली जा रही हैं.?उस पर कानून व्यवस्था और सामाजिक व्यवस्था दोनों पर प्रश्नचिन्ह क्यों लग गया हैं.?
