मानवता
मानवता
इसका अर्थ क्या है? मानवता का मतलब क्या है?
मानवता या नी मानव जैसा व्यवहार। मानव ही एक ऐसा जीव है, जिसके पास बुद्धि है ये समझने के लिए की क्या सही है या फिर क्या गलत। मानवता मनुष्य में एक ऐसा गुण है, जो उसे अच्छा और जीवों में सबसे श्रेष्ठ बनता है। हम जैसे बड़े होते है, वैसे वैसे हमारा शारीरिक रूप, मानसिक रूप से विकास होता है। मगर इस बढ़ते उमर के साथ साथ, इस बढ़ते साल के साथ साथ, इस बढ़ते जीवन के साथ साथ हमारी मानवता बढ़ने की वजह कहीं गुम सा गया है। हम ईर्षा, लोभ, असम्म
ान जैसे खराब आदतों को ज़्यादा साथ में लेके बढ़ रहे है। मनुष्य को पता है क्या सही है और क्या ग़लत, क्या करना है और क्या नहीं करना है। पर करते वहीं है जो उनका मन चाहे। एक बार भूल को ग़लती कह सकते है। बार बार अगर एक ही भूल किया जाए तो उसे ग़लती नहीं उसका स्वभाव कहते है।
मेरा संदेश सबके लिए यही है, रात को जब सोने जाओ तो एक बार खुद से पूछ लेना आज कुछ ग़लत तो नहीं किया या फिर किसी का दिल दुखाने जैसा बात तो नहीं किया? जब खुद को ही अच्छे के लिए सुधारो तो ही खुद में मानवता का संचार होगा।