Shweta Sharma

Crime Thriller tragedy

4.5  

Shweta Sharma

Crime Thriller tragedy

माधव का कत्ल.....Part - 3

माधव का कत्ल.....Part - 3

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पिछले पार्ट में आपने पढ़ा, की इंस्पेक्टर करन को राजदीप का फादर आकाशदीप बताता है, की उसकी आखिरी बार अपने बेटे से बात परसो सुबह हुई थी, उसके बाद नहीं हुई, अब आगे पढ़िए.....


"जी, ना जाने फोन क्यों रिसीव नहीं कर रहा वो।"परेशान सा होते हुए कहा आकाशदीप ने।


"आप उसके दोस्तों से पूछिए, शायद उन्हें कुछ बताया हो, क्योंकि किसी दोस्त के साथ ही वो गया होगा।"करन ने आकाशदीप से कहा


"उसके सारे दोस्तों से पूछा, जिन्हें मैं जानता हूं, उसके क्लाइंट्स से भी पूछा, पर उन्हें भी नहीं पता, ना जाने किसके साथ गया होगा।"दुखी होते हुए आकाशदीप बोला।


"ओह! बाय द वे; माधव का मर्डर हुआ ये तो आप जानते हैं, पर क्या आप ये जानते हैं, की माधव के मर्डर का इल्ज़ाम आपके बेटे पर लगाया गया है?"करन ने आकाशदीप की आंखों में देखते हुए पूछा।


"व्हाट?, ये क्या कह रहे हैं आप, ऐसा कोई सोच भी कैसे सकता है?"गुस्से और तकलीफ से भरते हुए बोला आकाशदीप


"माधव की मां ने बताया, की आपके बेटे ने एक लड़की की वजह से माधव को मारने की धमकी दी थी।"करन ने कहा


"गुस्से में हो सकता है उसने कह दिया हो, पर कहने और करने में फर्क होता है, वो किसी को मार नहीं सकता और माधव तो उसका विश्वासपात्र था, उसका दोस्त भी था।"आकाशदीप ने कहा


दूसरी तरफ रात के अंधेरे में एक सुनसान सी अंधेरी गली के गंदे से कोने में दो आदमी और एक लड़की खड़े हैं, बिना आवाज किए, बिल्कुल शांत, और उनके आस पास दो पुलिस वाले उन्हें ढूंढ रहे हैं,दो आदमी में से एक आदमी ने लड़की का एक हाथ पकड़ा है और दूसरे आदमी ने एक हाथ से लड़की का मुंह दबाया हुआ है कसकर, बिना इस फिक्र के की दम घुटने से लड़की मर भी सकती है और दूसरे हाथ से लड़की का दूसरा हाथ पकड़ा है,उन्हें कोई फिक्र नहीं फिलहाल उसके जीने और मरने की, लड़की सांस लेने के लिए तड़प रही है, पुलिस आस पास देख रही हैं,


"मुझे नहीं लगता, की यहां कोई है।"एक सिपाही ने दूसरे से कहा


"हां, वो शायद आगे की गली में भाग गए हैं।"दूसरे ने भी पहले वाले से एग्री करते हुए कहा।


"तो चलो वहीं देखते हैं।" एक सिपाही बोला और दोनों एक दूसरे से एग्री करते हुए वहां से चले गए


एक आदमी दूसरे से कहता है" चल निकलते हैं यहां से।"


"नहीं, अभी रुक; पांच मिनट और देख; कहीं पुलिस दोबारा नहीं आ जाए।"दूसरा बोला


"ओके।"पहले वाले ने कहा


"गूं गूं, हम्मम्म, गूं गूं, हम्मम, हम्मम, हम्मम्मम।"लड़की ने दबे मुंह से चीखने की कोशिश की, पर जाहिर सी बात है, की सफलता नहीं मिली


"अबे, चुप कर साली, नहीं तो हमेशा के लिए मुंह बंद कर दूंगा।"लड़की का मुंह दबाए खड़े आदमी ने उसके मुंह को और कसते हुए कहा


"ज्यादा मुंह दबाएगा, तो मर जाएगी वो।"दूसरे ने उसे समझाते हुए कहा


"ठीक है, मेरे पास इसका मुंह बंद करने का एक और तरीका है।"मुस्कुराते हुए उस आदमी ने कहा।


"क्या?"दूसरे ने पूछा



"अब देख तू।"मुस्कुराते हुए वो आदमी बोला।


 क्रमशः 


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