कैसी शान्ति ॽ
कैसी शान्ति ॽ
साठ साल के मोतीचन्द मुंह से शराब की बदबू फैलाते दूकान पर खड़े कहे जा रहे थे- मुझे शान्ति चाहिए! शान्ति!! -
तभी एक सिर-फिरा आ टकराया।
‘क्या कीमत दोगे ?
कीमत! कीमत में तो मैं अपनी बीबी तक दे सकता हूं ।मोतीचन्द ने जवाब दिया।
इससे आगे मैं कुछ न सुन सका।
घण्टों सोचा, मोतीचन्द किस शान्ति! की बात कर रहे होंगे।
