कैसे लोग
कैसे लोग


गर्मियों के दिन थे गर्मी अधिक थी।अकस्मात लाइट चले जाने पर मैने सोचा कि कही बाहर चलकर किसी पेड की छांव मे कुछ समय क्यों न बिता लिया जाए ।ऐसा सोचकर छट से उठा कपड़े पहने और छडी उठाकर चल पड़ा शीतल छांव की तलाश मे ।कुछ ही दूर पहुंच पाया कि अचानक किसी के चीखने की आवाज आई ।अब तो कदम और तेजी से आगे बढने लगे।
पास जाकर देखा कि एक बछड़ा एक बच्चे का पीछा कर रहा है और बच्चा अपने बचाव के लिए भाग रहा है। कुछ लोग अपनी छत से ही मौन मूर्तिवत देख रहे हैं।उनमे से एक दो इस भयावह घटना का वीडियो बना रहे हैं ।मै अपनी छड़ी लेकर बछड़े के पीछे दौड़ा और पूरी ताकत से छडी चलाई कि बह घबराकर दूसरी ओर भाग गया।देखने बाले भी अन्दर चले गए बच्चा अपने घर चला गया फिर वातावरण मौन हो गया।