किस्मत
किस्मत


एक बार की बात है गांव मे एक बहुत ही गरीब दीनानाथ नाम का किसान रहता था ।उसके कोई सन्तान नही थी। गांव के लोग उसके बारे मे तरह तरह की बाते करते थे ।सामने पड़ने पर लोग मुंह फिरा लेते क्योंकि वह निरवंशी था।
लोगो का इस तरह का व्यवहार देख कर उसे बहुत दुख होता । दुख और उम्र के ढलान ने उसे बहुत कमजोर कर दिया । लोगो के तानो से तंग आकर उसने घर निकलना ही कम कर दिया ।
वह घर मे रहने के कारण अपना अधिक समय ईश्वर का ध्यान करने मे लगाता और अपने पापो के लिए ईश्वर से क्षमा की प्रार्थना करता।कुछ समय बाद ईश्वर ने उसकी प्रार्थना सुन ली । उसकी पत्नी गर्भ से हुई और नवें महीने एक सुन्दर पुत्र को जन्म दिया ।
अब तो गांव के जो लोग उसका उपहास करते वे सब बहुत लज्जित हुए और दीनानाथ के पास आकर क्षमा मांगी ।दीनानाथ ने कहा -भाइयों हमे आप लोगों से कोई नाराजगी नही है। हमारी किस्मत मे जब जो मिलना निश्चित है तभी वह हमे मिलता है जब उचित समय होता है ।इसलिए आप अपने आप को दोषी न माने , मेरे ह्रदय में आप लोगों के प्रति सदैव प्यार और सहानुभूति है और रहेगी ।