Nand Kumar

Tragedy

4  

Nand Kumar

Tragedy

भरोसा टूटा

भरोसा टूटा

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आज से दस वर्ष पहले करन के जीवन में एक युवती का प्रवेश हुआ। उसका नाम राधा था । वह बेहद खूबसूरत और खुशमिजाज लङकी थी । वह सभी से हंसकर प्यार से बात करती थी । दोनों एक साथ एक फैक्ट्री में काम करते थे। अतः उनका  मेल जोल हो गया दोनों आपस में बातें भी करनें लगे । उसे देखकर उसके चेहरस से नजर हटाने का मन ही  नही करता जी चाहता इसे यूं ही देखता ही रहूं। उसकी प्यार भरी बातों और चितवन का करन  बिन मोल गुलाम बन गया । उसकी एक झलक करन के  मन को असीम आनन्द देती थी।

उसके साथ कार्य करते कब समय बीत जाता पता ही नही चलता। उसकी प्यार भरी बातो ने करन को उसका दीवाना बना दिया था। दिन एक अन्य सहकर्मी ने उसे बताया कि राधा फोन पर किसी से काफी देर बात करती है । बात  करते समय वह कभी मुस्कराती कभी लटों मेें उगली  घुमातीी कभी ठहाके मारकर हंसती। यार  करन मुझे तो लगता हैै वह प्यार किसी और से करती है शायद उसी से बात भी करती हो । तुम क्यों अपना समय बर्बाद कर रहे हो उसके पीछे । करन को अपने साथी की बात बहुत बुरी लगी उसने कहा तुझे इससे क्या तू फालतू मेें हमेे सलाह मत दिया कर । दूसरे दिन जब राधा काम पर आई तो करन ने उससे पूछा जानू क्या तुम्हारा कोई और भी फ्रेन्ड है तो उसनेें यह कहकर बात को टाल दिया कि तुम बहुत सक्की हो ,तुम्हेें क्या  मुझ पर विश्वास नहीं । फिर करन बात न बढाकर चुपचाप वहां से अपनेें घर को चला गया।

एक सप्ताह बाद एक दिन राधा काम पर नही आई । पता चला कि वह घर से गायब है । वह पडोस के ही एक लडके विजय के साथ भाग गयी। घर बालों ने काफी खोजबीन की तो पता चला कि उसने शादी कर ली है। करन को जब यह पता चला तो वह बहुत दुखी हुआ। उसकी जिंदगी नर्क बन गई। उसे खुद पर भी भरोसा नही रह गया। वह यही सोचता कि उसने ऐसा क्यों किया।

उसकी इस हालत को देखकर परिवार और मित्रो को बहुत पीडा होती। वे उसे समझाने का प्रयास करते लेकिन उसकी समझ मेें कुछ नही आता। अन्ततः परिवार वालो ने सोचा इसकी शादी करा दी जाए तो शायद यह पुरानी यादे भूल जाए। और उसकी सादी करा दी गयी। लेकिन उसकी बेचैनी कम नही हुई। पत्नी भी उसके इस तरह के व्यवहार से दुखी होती। धीरे धीरे समय बीता पत्नी के प्रेम व सहानुभूति पूर्ण व्यवहार ने करन को सब कुछ भुला दिया। और वह अपने परिवार के साथ खुश और सन्तुष्ट रहनेे लगा ।


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