काबिलियत
काबिलियत
साल भर पहले जब शगुन ने मशहूर सिंगर विश्वास के मुँह से अपने गायन की तारीफ सुनी तो उसकी आँखों में एक गायक बनने का सपना जगने लगा था।
विश्वास अक्सर कहता, "तुम्हारी आवाज में जादू है एक दिन तुम बहुत आगे जाओगी।"
और शगुन कोरस में गाने लगी थी। पिछले महीने ही एक मशहूर संगीतकार जोड़ी ने ब्रेक देने का वादा किया था। कल ही तो फोन आया था उनका "हाँ शगुन कल नयी फिल्म के पहले गाने की रिहर्सल है दस बजे स्टुडियो पहुँच जाना।"
सारी रात आँखों में ही कट गयी। उत्साहित शगुन दस बजे से पहले ही पहुँच गयी थी, दस बजे तक कोरस के लिए चार सिंगर और आ चुकी थी। सवा दस बजे के करीब विश्वास भी आ गया था अपनी बहन के साथ। शगुन विश्वास को बताने ही वाली थी कि तभी जीतेन जी बोले "विश्वास जी, नेहा जी को बेस्ट आफ लक बोल दीजिए उनके पहले गाने के लिए और हाँ शगुन तुम सब भी माइक के पास आ जाओ।
आज शगुन मन से न गा पाई। वो क्या वहाँ उपस्थित हर कोई जानता था कि शगुन, नेहा से बेहतर थी पर फिर भी उसे मौका नहीं मिला।
उसके पास नेहा जैसी काबिलियत जो नहीं थी।