जो बोओगे वही पाओगे
जो बोओगे वही पाओगे
"अरे वाह.... छुट्टी हो गई मम्मी देखो सर्दी आ गई .....कितना कोहरा है बाहर".. छोटी सी बिटिया ने मास्क लगाए हुए बोला। "नहीं बेटा खिड़की मत खोलो ये हवा तुम्हे नुकसान करेगी।"
"नहीं मम्मा वो दादा जी भी कुछ लेकर जा रहे हैं ।"
" हां बेटा प्रकृति को हमने खिलौना ही समझा अब वो प्रकृति बदला ले रही हमारे खिलौने जैसे बच्चों को हम खुले मे सांस भी नहीं दे पा रहे । जो बोया है वही पा रहे हैं । ये एक पेड़ था जिसके हमने पत्ते, फूल, फल सभी का इस्तेमाल किया ओर अब ये सूखा पेड़ जड़ सहित हमारे काम आयेगा ,हमारे आखिरी वक़्त में।"