जल्दी का काम सैतान का
जल्दी का काम सैतान का
एक समय की बात है, एक बूढ़ी औरत थी। उसकी कोई संतान नहीं थी। वह बहुत ही अकेली थी। एक दिन उसने जिंजरब्रेड का एक लड़का बनाने का निर्णय किया।
उसने आटा गूंथकर उसे एक लड़के का आकार दिया। किशमिश से आँखें और मुँह बनाकर चीनी से बाल और कपड़े बनाए।
मीठी गोलियों के बटन लगाकर उसे पकने के लिए तंदूर में डाल दिया और दूसरे काम करने लगी। कुछ समय के बाद उसने तंदूर खोला तो जिंजरब्रेड मैन कूदकर बाहर निकला और भागने लगा।
बूढ़ी औरत उसके पीछे-पीछे भागी पर वह भागता ही जाता था। साथ में गाता जाता था, “भागो-भागो, पूरी ताकत से भागो… तुम मुझे नहीं पकड़ सकते, मैं जिंजरब्रेड मैन हूँ। ”
दौड़ते-दौड़ते उसकी मुलाकात एक गाय, एक घोड़े और एक बकरी से हुई पर कोई उसे न पकड़ सका। वह एक तालाब के किनारे पहुँचा। वहाँ उसकी मुलाकात एक लोमड़ी से हुई।
उसे देखकर जिंजरब्रेड मैन ने अपनी शेखी बघारी, “मुझे कोई नहीं पकड़ सका है, मैं जिंजरब्रेड मैन हूँ।लोमड़ी ने कहा, “मैं तो तुम्हारी सखी हूँ, तुम्हें खाना नहीं चाहती। तुम थोड़ा आराम कर लो… थक गए हो…” ज्योंही वह आराम करने बैठा लोमड़ी ने लपककर उसे खा लिया।