पर आपने तो कहा था की अब हम उनके यहाँ नहीं जायेंगे कभी, क्यों की उनके लिए हम मात्र बोझ है।” रेखा ने ... पर आपने तो कहा था की अब हम उनके यहाँ नहीं जायेंगे कभी, क्यों की उनके लिए हम मात्...
आज की सभा यहां समाप्त, कल फिर जानेंगे, भारत की किसी अनोखी बात को।" आज की सभा यहां समाप्त, कल फिर जानेंगे, भारत की किसी अनोखी बात को।"
थक गए हो…” ज्योंही वह आराम करने बैठा लोमड़ी ने लपककर उसे खा लिया। थक गए हो…” ज्योंही वह आराम करने बैठा लोमड़ी ने लपककर उसे खा लिया।
सीता की तरह अग्निपरीक्षा अब नारी को देने की जरूरत नहीं वह अब अपने सही फैसले लेने स्वयं सीता की तरह अग्निपरीक्षा अब नारी को देने की जरूरत नहीं वह अब अपने सही फैसले लेने...
बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा, सलामत रहे दोस्ताना हमारा बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा, सलामत रहे दोस्ताना हमारा
और ये जो लिबरल आंसू गिर रहे हैं न, ये आंसू हमें अच्छे लगे सखी। और ये जो लिबरल आंसू गिर रहे हैं न, ये आंसू हमें अच्छे लगे सखी।