बारिश की बूंदों में उसके आंसू मिलकर नमकीन समुद्र बना रहे थे। बारिश की बूंदों में उसके आंसू मिलकर नमकीन समुद्र बना रहे थे।
और ये जो लिबरल आंसू गिर रहे हैं न, ये आंसू हमें अच्छे लगे सखी। और ये जो लिबरल आंसू गिर रहे हैं न, ये आंसू हमें अच्छे लगे सखी।