इंतजार
इंतजार


तुम आओगे यह कह कर डॉ रोमा रो पड़ी डॉ रोमा यनि डॉ शैलेश की वाइफ कुल मिलाकर मेडीकल की तैयारी से लेकर बहुत लंबा साथ था पर करोना की वजह से दोनो अलग अलग हॉस्पिटल में थे पूरे पूरे दस दिन हो गये थे एक दूसरे को देथे हुये अभी अभी तो शादी हुई थी दोनो नई नई शादी किये थे सपने बुने थे तभी यही सब हो गया दोनो शिदत से अपने अपने काम में लग गये रोज बात होती कि क्यों इस पेशे में आये फिर अपने काम में लग जाते शायद करीब ही आये थे कि दोनो ही सेवा भाव से जुड़े है।
जो भी हो काम तो करना ही होगा यह कह कर लग जाते।
मानव मन है तो डरता भी है घबराता भी है ,पर कुछ किया नहीं जा सकता ,नियमित सामाचार कि हालत में सुधार,कुछ खुशिया दे जाता पर आज कल की हालत में यह लोग देवदूत ही है मन करता है कि खुब ढेर सारी दुआयें दूँ ,चलिये हम सब इन लोगो के ढेर सारी दुआयें यह तो हम लोग कर ही सकते हैं।