इंतजार
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रफीक का निकाह बहुत ही धूम धाम से हुआ, उसको रजिया बचपन से पसंद थी; दोनो गुड्डा-गुड्डी की शादी करते-करते खुद की शादी के सपने संजोने लगे थे।
रफीक कहता- "तू इतनी खूबसूरत है, मैं खूब सारे पैसे कमाऊँगा और तुझे गहनों से लाद दूँगा।"
अब निकाह के बाद उसको अपना वादा पूरा करना है लेकिन देश मे कुछ मंदी जैसे हालात है तो हो नही पा रहा कुछ। किसी दोस्त की सलाह पर अरब देशों में जा कर काम करने की सोची वीसा और सब कागज बना के उड़ गया वो पैसे कमाने। लेकिन भेजने वाली संस्था ने कुछ जाल साजी की हुई थी, वहाँ जा कर पता चला अब वह सात साल तक अपने घर नही जा सकता।
अब कॅरोना की भुखमरी में यहाँ भी कोई काम नही रफीक बाहर फसा है। घर का बुरा हाल है।रजिया और रफीक के घर वालों की आँखे पथरा गई हैं राह देखते देखते।