हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
"अरे वाह हिंदी बहन , आज तो तुम बहुत बढिया बनारसी साड़ी में सज धज कर निकली हो .... कहाँ जा रही हो?"
"इंग्लिश बहन तुम्हें शायद याद नहीं , आज हिंदी दिवस है .. 14 सितंबर ... देश भर में हिंदी दिवस मनाया जा रहा है . जगह जगह कार्यक्रम होते हैं और मुझे सम्मानित किया जाता है . मेरी आत्मा खुश हो जाती है . यदि तुम्हें मेरा सम्मान देख कर खुशी होती है , तो आज मेरे साथ चलो बहन ..."
"जरूर जरूर बहन तुम्हारा मान सम्मान देख मुझे बहुत अच्छा लगेगा ."
वह दोनों एक जाने माने अँग्रेजी स्कूल में पहुँच गईं . वहाँ स्टेज पर बड़ा से बोर्ड पर लिखा था, टु डे इज हिंदी डे 14 सेप्टेम्बर हिंदी की आँखों से अपनी दुर्दशा देखकर आँसू निकल आये थे . चेहरे पर गहरी उदासी छा गई .तभी मुख्य अतिथि स्टेज पर आये . वह बोर्ड की तरफ देख कर बोले , माई डियर फ्रेंड्स .... गुड मॉर्निंग ... टुडे वी आर सेलीब्रेटिंग हिंदी डे 14 सेप्टेम्बर ... आई फील प्राउड फॉर हिंदी .... बच्चों ने तालियाँ बजाई
इतना सुनते ही इंग्लिश बहन बोली , "हिंदी बहन , तुम तो कह रहीं थीं कि मेरा आज बहुत मान सम्मान होता है लेकिन यहाँ तो सब इंग्लिश में बोल रहे हैं . यहाँ तो साफ साफ तुम्हारा अपमान और मेरा सम्मान हो रहा है .हिंदी बहन मैं तुम्हारा दिल नहीं दुखाना चाहती लेकिन यदि इस तरह से मेरा अपमान किया जाता तो मैं यहाँ एक मिनट भी नहीं रुकती ."
ऐसा सुनते ही हिंदी फफक फफक कर रोने लगी . अपने आँसू पोछते हुये बोली , "सच कह रही हो बहन ... मुझे अपनों ने ही ज्यादा अपमानित किया है . हमेशा तुम्हें मेरे ऊपर आसन देकर बैठाया है . इसमे गलती तुम्हारी कतई नहीं है वरन् मेरे अपनों की है . अपनों के द्वारा किया गया अपमान ज्यादा कष्टकारी और असहनीय होता है . मैं अब यहाँ एक पल के लिये भी नहीं रुक सकती ."
रोती बिलखती हिंदी के पीछे पीछे इंग्लिश भी वहाँ से चल दी . हिंदी बहन तुम रो नहीं ... तुम तो राष्ट्र भाषा पद पर सुशोभित हो . दुनिया में तुम्हारा बहुत मान सम्मान बढ रहा है . भगवान् के यहाँ देर है अंधेर नहीं .... कहते हैं कि घूरे के भी दिन कभी न कभी फिर जाते हैं . तुम तो बहुत समृद्ध और सरल हो ... तुमको जल्दी ही तुम्हारा मान सम्मान मिलेगा . हिंदी का अपमान करने वालों को भारत में रहने का हक भी नहीं बनता .
इंग्लिश बहन की यह बातें सुन हिंदी भावुक हो उठी और वह सुबकते हुये उसके गले लग गई .