गूंज
गूंज
जब से स्वाति ने रोज की मार से तंग होकर तलाक का फैसला लिया, उसका पति आफिस में आकर उसे धमकाने लगा।एक दिन स्वाति ने उसे जोर का थप्पड़ मारा सबके सामने वह कुछ बोल भी नहीं सका। कमरे में रह गयी उस थप्पड़ की गूंज। स्वाति एक स्वाभिमानी महिला थी अपनी बेटी का भविष्य सुनहरा करने के लिए उसने अकेले इतना बड़ा फैसला जो लिया था,यह थी एक नारी के लिए परिवर्तन की गूंज।