स्वाति एक स्वाभिमानी महिला थी अपनी बेटी का भविष्य सुनहरा करने के लिए उसने अकेले इतना बड़ स्वाति एक स्वाभिमानी महिला थी अपनी बेटी का भविष्य सुनहरा करने के लिए उसने अकेले ...
वो पहली रात वो पहली रात
देखा मांजी ने पीछे का किवाड़ खोला हुआ है और शायद वो वहां से बाहर निकल गयी हैं। देखा मांजी ने पीछे का किवाड़ खोला हुआ है और शायद वो वहां से बाहर निकल गयी हैं।
आखिर मैंने सोचा कि कब तक मैं भागता रहूंगा। आज भागूंगा, कल भागूंगा। परन्तु कभी तो इसके हाथ आऊंगा ही। आखिर मैंने सोचा कि कब तक मैं भागता रहूंगा। आज भागूंगा, कल भागूंगा। परन्तु कभी तो...
अरे तुम यहां पर क्या कर रहे हो और तुम्हें रूम को बंद क्यों कर दिया अरे तुम यहां पर क्या कर रहे हो और तुम्हें रूम को बंद क्यों कर दिया
क्या मैं सपना देख रहा था या किसी ने सच में मुझे तमाचा जड़ा था? क्या मैं सपना देख रहा था या किसी ने सच में मुझे तमाचा जड़ा था?