ये कहावत भी सही है कि सास गले की फाँस होती है जो ना निगली जाती न उगली जाती है पर इनका रिश्ता काफी खा... ये कहावत भी सही है कि सास गले की फाँस होती है जो ना निगली जाती न उगली जाती है पर...
.हाँ उन्हें अपने हाथ लाल दिखाई दे रहे थे ! .हाँ उन्हें अपने हाथ लाल दिखाई दे रहे थे !
निर्मला घर का सारा काम निबटाकर हर रोज लंबा सफर तय करके आती. निर्मला घर का सारा काम निबटाकर हर रोज लंबा सफर तय करके आती.
मुझे अब नौकरी करनी है और अपनी गुड़िया को अकेले अपने दम पर पालना है। मुझे अब नौकरी करनी है और अपनी गुड़िया को अकेले अपने दम पर पालना है।
अरे, अयोध्या या तो दशरथ की, या राम की ! भरत की कैसे हुई? अरे, अयोध्या या तो दशरथ की, या राम की ! भरत की कैसे हुई?
रुक्मिणी दिन रात अपने मायके के गुण गाती रहती है। रुक्मिणी दिन रात अपने मायके के गुण गाती रहती है।