गीता का सार
गीता का सार
गीता का सार कर्मों का लेखा जोखा ;
यह एक धर्म ग्रंथ है बड़ा ही अनोखा !
मानव मात्र को कर्मों से जोड़ने वाला ;
और कर्म ही प्रधान है यह बताने वाला !
इस ग्रंथ के पन्ने नीति में अंकित रह जाते हैं ;
रणभूमि में श्री कृष्ण जो पार्थ को समझाते हैं !
अगर इंसान उन उक्तियों को जीवन में उतार ले ;
तो वह अपने साथ औरों की जिंदगी भी संवार ले !
भगवत गीता के श्लोक जब मन में गूंजते रहते हैं ;
तब कर्म के लिए इंसान के कदम आगे बढ़ते रहते हैं !
