एक कहानी
एक कहानी
एक दिन विधुत नाम का व्यक्ति जिसकी उम्र तकरीबन तीस साल थी वह भगवान पर ज्यादा ही विश्वास करता था और कुछ न कुछ मांगता रहता था। घर में भी वह सोने की मूर्ति भी लेकर आ गया उसका अटूट विश्वास था कि भगवान होते है। वह बाबा ओर साधु लोगे के प्रवचन भी सुनने लगा। एक दिन उसके पास कोई शिव अवतार लेकर आया ओर बोला, बेटा गुरु दर्शना दे दो मैं तुम्हारा भगवान हूं। फिर बिना सोचे समझे उसको सब कुछ दे दिया भगवान तो आए नहीं लेकिन वह जरूर बिक चुका था। एक घटना विधुत के साथ एक और घटी उसके पास एक संदेश आया कि अगर तुम मुझको दो लाख दोगे तो मैं तुमको भगवान से मिलवा सकता हूं। दो लाख उसके गए ही गए भगवान ने देने की बजाय ले और लिया।
शिक्षा - ज्यादा विश्वास भी आपका अन्धविश्वास भी हो सकता है।