Atul Agarwal

Inspirational

3  

Atul Agarwal

Inspirational

Dr. (डाक्टर) हीरा लाल

Dr. (डाक्टर) हीरा लाल

3 mins
149


 मुज़फ्फरनगर / Muzaffarnagar (U.P.) के रत्न (unsung Heroes / गुमनाम नायक)


2.

                   

डाक्टर हीरा लाल जी नई मण्डी की जानसठ रोड के कम्बल वाला बाग, रजवाहे के पास रहते थे । अब से 97 वर्ष पूर्व, सन 1925 में King George Medical College (KGMC), Lucknow से MBBS किया था ।

आप का क्लीनिक (दवाखाना), शहर में शिव चौक से एक फ़र्लांग, रूड़की रोड पर बाएं हाथ पर था । आप के Diagnosis (मर्ज के बारे में जानना) का कोई जोड़ नहीं था । बहुत बाद में, उसी क्लीनिक के बाएं हिस्से में उनके लड़के, दातों के डाक्टर अशवनी कुमार ने, मिलिटरी से रिटायर्मन्ट के बाद, अपना क्लीनिक खोल लिया था ।

हमारे बाबा जी श्री मुरारी लाल जी उम्र में डाक्टर हीरा लाल जी से लगभग 10 साल छोटे थे, फिर भी दोनों एक दूसरे की बहुत इज्जत करते थे । 

डाक्टर अशवनी कुमार के मित्र हमारे पापा श्री राजेन्द्र कुमार अग्रवाल जी से भी डाक्टर हीरा लाल जी की खूब छनती थी ।

उस जमाने (Year 1980) में उनकी फीस 5 रुपये थी । कम्पाउन्डर से कांच की शीशी में खुराक की नाप के कागज के लेबल लगी हुई लाल दवाई (Mixture) बनवा कर देते थे। घर आने की फीस भी 5 रुपये ही थी, हाँ, रिकशावाले के पैसे अलग से देने होते थे ।

एक बार 9 – D नई मण्डी में बाबा जी को देखने आए, बाबा जी की दवा लिखने के बाद बड़ी-अम्मा (हमारी दादी) पर आप की नजर पड़ी, खास कर के उनके गले पर, तो बोल पड़े की बड़ी-अम्मा को तो thyroid है और जल्दी ही ऑपरेशन जरूरी है । थोड़े दिनों में डाक्टर हीरा लाल जी ने बड़ी-अम्मा का ऑपरेशन किया । डाक्टर हीरा लाल जी एक physician व surgeon दोनों थे ।

शुरू से आखरी समय तक डाक्टर हीरा लाल जी सभी नामी international medical journals पढ़ते रहे ।   

एक बार हमारी एक चाची को प्रसव के बाद फिट आने लगे । आप (डाक्टर हीरा लाल जी) ने हाथ खड़े कर दिए । शहर के अन्य डाक्टर बुलाए गए । उन डाक्टरों की सलाह से दवाई दी गई । डाक्टर हीरा लाल जी ने उन डाक्टरों को international medical journal के एक लेख का हवाला दिया और कहा की उस लेख के हिसाब से उन्हें कोई उम्मीद नहीं हैं । दो दिन बाद, चाची जी को AIIMS, Delhi ले गए, जहां दूसरे दिन ही वह नहीं रही। वही हुआ, जो डाक्टर हीरा लाल जी ने पहले दिन ही कह दिया था । 

लेखक बिल्लू / अतुल को साल में दो तीन बार Tonsils की problem हो जाती थी, डाक्टर हीरा लाल जी Subamycin या Hostocyclin देते थे ।             

 इससे ज्यादा डाक्टर हीरा लाल जी के बारे में लेखक को नहीं पता, 

त्रुटियों के लिए क्षमा याचना सहित,

डाक्टर हीरा लाल जी व उनके परिवार की सभी आगे की पीढ़ियों को नमन व प्रणाम । 


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Inspirational