भुतिया घर
भुतिया घर
इक पुरानी हवेली थी। बंगाल से थोड़े दूर घने जंगलों के पास। बहुत सालों से बंद पड़ी थी।
उस पुरानी हवेली में कोई आता जाता नहीं था करीब 20 30 सालों से बंद पड़ी थी। धने जंगलों के पास होने से कोई वहां पर आता जाता नहीं था ।जंगलों से आगे इक बहुत ही अच्छा फाम हाउस था। वो फाम हाउस इक फौजी का था जिसका निर्धन हो चुका था।
बंगाल में शेढ करोड़ी मल नामक एक परिवार रहता था। छोटा-सा परिवार था उनका। पत्नी लीला और बेटा राज़। पूरा हंसता खेलता परिवार था उनका।
एक दिन शेठ करोड़ी मल को पता चला की वो फाम हाउस बिक्री करने का है। तुरंत शेठ ने वो फाम हाउस खरिद लिया। वे राज कि पाठशाला की छुट्टी में हमेशा वहां जाते और वक्त बिताते।
इस बार राज ने पिता को कहा कि उसे अपने दोस्तों को भी ले जाएं। तब शेठ करोड़ी मल ने हां कर दी। राज ने ये खुश खबरी अपने दोस्तों को दी। अब उसके दोस्त छुट्टी तो का इन्तजार कर ने लगे। कुछ ही दिनों में राज कि छुट्टी शुरू हो गई। राज अपने दोस्तों को बुला लिया। तब शेठ करोड़ी मल ने अपने आदमी यों से कहकर अपनी गाड़ी निकाली और सब लोग फाम हाउस की और निकल पड़े। राज बहुत ही खुश था ।
राज रोझ अपने दोस्तों के साथ वहां खेलता। एक दिन खेलते खेलते सब बच्चे पुरानी हवेली तक जा पहोंचे। हवेली का सालों से बंद पड़ी थी वो अब पुरी तरह खंडर बन चुकी थी। वो बहुत बड़ी जगह थी इस लिए राज़ और उसके दोस्तों ने सोचा की वे लोग वही आकर खेलेंगे।
यह सिलसिला शुरू हो गया। राज और उसके दोस्त वहां हर रोझ खेल ने जाते। और फिर एक दिन राज ने एक परछाईं देखी। पर उसे लगा की वो उसका भ्रम है। और रोज की तरह वो फाम हाउस चले गए।दूसरे दिन राज अजीब अजीब सी हरकतें करने लगा। पर उसे कुछ याद न रहता।कभी साड़ी पहनता तो कभी चुड़िया। यह देखकर सब लोग परेशान हो गए। यह देखकर शेठ करोड़ी मल सब को लेकर वापीस चला गया। सब बच्चे इतने डरे हुए थे की कोई उसके आसपास नहीं आता।
शेख ने अपनी पुरी महेनत करके राज का इलाज करवाया। फिर एक दिन काली घनी रात थी उस दिन अमावस्या थी। रात को सब लोग सो रहे थे। तब अजीब सी आवाजें आने लगी। शेठ जी की नींद टूटी । तो उन्होंने देखा की राज दुल्हन बन कर बैठा है। शेठ जी घबरा गए । उन्होंने हिम्मत करके राज को राज से पूछा की ये सब क्या है। तब राज ने कहा आज मेरी शादी है। ये सुन कर शेठ घबराया और लीला को जगा लाया।
दोनों बहुत ही घबराए हुए थे। दूसरे दिन राज नोर्मल था । पर उसे कुछ याद नहीं था। उतने में सेठ के पंडित जी आते। उन्होंने राज के बारे में सब बताया। तब पंडित जी ने कहा कि राज पर एक औरत का साया है। तब शेठ ने उस जगह का मुआयना करवाया। तब जाकर पता चला कि वहां इक दुर्घटना घटी थी। वो औरत जो शादी के जोड़े में सजी थी पर चंद रूपयों की खातिर बेच दी गई । उसको अपनी हवस का शिकार बना दिया गया था। और जिंदा दफनाया गया।
उसकी आत्मा आज भी शांत न थी। शेठ ने अपने पंडित जी से उसका उपाय पूछा तब पंडित जी बोले उस औरत का शव अभी भी वहां दफन हैं उसे आप जला दो । इससे उसको शान्ति और मोक्ष मिल जाएगा।सेठ ने पंडित जी ने कहा ऐसा किया।और सब ठीक हो गया।