मां बाप का प्यार या एक सज़ा
मां बाप का प्यार या एक सज़ा
इस संसार में सबसे प्यारा और अनमोल रिश्ता अपने माता पिता का होता है। आज कल नई पीढ़ी की नई सोच । माता पिता अपने बच्चों का भविष्य बनाने के लिए बहुत सारी कुर्बानियां करते हैं। पर आज कल के बच्चो को सब सुख सुविधाएं चाहिए। वे पुरी कोशिश करते हैं की उन्हें कोई भी चीज की कमी ना हो।
हमारे माता पिता ने बहुत सारी पिंडिया देखी होती है और उन्हें हर सही गलत का फर्क भी होता है। पर आज के जमाने में हम अपने माता पिता को गलत समझ ते है। और वही चीज हम अपने बच्चों के साथ करते हैं। उनका व्यवहार गलत नहीं होता पर पुराना जरूर होता है।
आज कल सब लड़के और लड़कियां भाग कर शादी क्यों करतें हैं क्योंकि उनके घरवाले नहीं चाहते की वो कोई अलग संगत में पड़े। कई बार देखा गया है कि घर वाले ख़ुशी ख़ुशी हर रिश्ते को अपना लेते हैं।
सिक्के के दो पहलू जैसे होते हैं ये रिश्ते। कढोर बनकर बच्चे को सीख भी देते हैं। प्यार बरसाकर उन्हें लाड दुलार भी करते हैं। वास्तव में देखा जाए तो माता पिता अपने बच्चों के साथ जो व्यवहार करतें हैं वो कभी कभी गलत भी होता है। उन्हें अपने बच्चों की भी बातें सुन्नी चाहिए। बच्चे पर अपनी बात कभी थोपनी नहीं चाहिए। उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए , और गलत होता हो तो उसे समझाना चाहिए।
