बेटी, बहन या मां
बेटी, बहन या मां




उस हँसती खिलखिलाती चार साल की बच्ची में एक नारी आकृति मात्र की कल्पना से ही उन गिद्धों ने उस कोमल शरीर को नोंच डाला।
आज भी उसकी आत्मा पूछती है कि क्या छोटे कपड़े पहने थे मैंने या देर रात अकेले घर लौट रही थी? क्या किसी अंजान से खुल के बातें कर रही थी या किसी को देख हंस रही थी?
क्या मेरे चेहरे पर मादकता थी या सिंदूर से भरी मांग थी मेरी?
पता है इन सवालों का जवाब ना मिला है ना मिलेगा फिर भी अंतहीन इंतजार में।
आप सबकी बेटी, बहन या माँ।