इश्क़ और मसाला चाय
इश्क़ और मसाला चाय
ओहहो, छः बजे गए... आज फिर ऑफिस को देर होगी... नाश्ता, टिफिन सब बनाना है। इन्हें देखो आराम से सोते रहते हैं और मैं... फुरसत से चाय भी नही पी पाती।
बोलते-बोलते मैंने एक तरफ सब्जी चढ़ाई और दूसरी तरफ चाय का पानी चढ़ा नहाने को भागी। बाथरूम से निकली तो देखा सोमेश ट्रे में टोस्ट सजा कर चाय छान रहे थे।
मुझे देखते ही बोले, "मेरी आजकी सुबह तेरी मसाला चाय के नाम लेकिन चीनी नहीं मिली...”
मैंने चुस्की लेते हुए कहा इसमें घुले तुम्हारे प्यार ने चीनी की खुराक पूरी कर दी और सोमेश के गले लिपट गयी।

