मेरे हाथ अपनी नम हो आई आंखों को साफ कर रहे थे । मेरे हाथ अपनी नम हो आई आंखों को साफ कर रहे थे ।
अच्छे टमाटर देख हमारे मुंह में पानी आ जाता है और हम महंगे दामों पर भी उनको खरीदने को तै अच्छे टमाटर देख हमारे मुंह में पानी आ जाता है और हम महंगे दामों पर भी उनको खरीदन...
वर्षों बीत गए आंटी कि वजह से उस गली से कोई सब्जी वाला नहीं गुजरता। लोगों को अब सब्जी, सब्जी मंडी स... वर्षों बीत गए आंटी कि वजह से उस गली से कोई सब्जी वाला नहीं गुजरता। लोगों को अब...
साथ में रह रहे एक दूसरे का गम बाँट रहे थे। साथ में रह रहे एक दूसरे का गम बाँट रहे थे।
उलझे पंथ सुलझ चुके थे। रसोई में भी तीनों बहुएँ मिलकर रोटियाँ सेकती हुई भोजन परोस रही थीं। हर तरफ ख़ु... उलझे पंथ सुलझ चुके थे। रसोई में भी तीनों बहुएँ मिलकर रोटियाँ सेकती हुई भोजन परोस...
ऐसा सुनकर सुनन्दा निरूत्तर हो गयीं और वहां से उठकर अपने कमरे में चली गयीं। ऐसा सुनकर सुनन्दा निरूत्तर हो गयीं और वहां से उठकर अपने कमरे में चली गयीं।