अफ़वाह
अफ़वाह
सीढ़ियों में से उतरते - उतरते,
गोयल साहब फ़ोन पर बात कर रहे थे,
क्या बात कर रहा है ?
हाँ, मैं सच कह रहा हूँ जीजाजी,
रामगंज में छः आदमियों की कोरोना से मौत हो गई है !
वहाँ हड़कंप मचा हुआ है,
कर्फ़्यू लगा दिया गया है,
गोयल साहब घबराये हुए बदहवास से नीचे बैठे,
अग्रवाल साहब से बोले - अरे ! तुमने कुछ सुना है ?
तो अग्रवाल साहब कहते हैं - हाँ, वो रामगंज वाली बात क्या है ?
हाँ मेरे व्हट्स ऍप पर भी आयी है !
परन्तु उसमें कुछ ही सच्चाई है !
अग्रवाल साहब ने दूसरी तरफ़ से फ़ोन पर आती हुई आवाज़ को झड़कते हुए कहा
यहाँ गांव की चौपाल की तरह खबरें मत फ़ैलाओ !
जब तक उसकी तह तक ना पहुँचो, तब तक आगे मत बढ़ाओ !
इन झूठी अफवाहों से तो देश में हड़कम्प मच जायेगा !
हमें बहुत सावधानियाँ बरतनी होंगी !
वहाँ केवल एक आदमी ही कोरोना से पीड़ित हुआ है और वहाँ कर्फ़्यू लगाया गया है,
उसके संपर्क में जो आये हैं, सभी का टेस्ट किया जा रहा है,
ये जरूरी भी है, ताक़ि वायरस वहीँ तक सीमित रह जाए,
वह अगर ओमान से आने की खबर पहले ही दे देता,
तो यह इतना बढ़ता ही नहीं !
गलतियाँ हमारी अपनी ही हैं, जिन्हें हम सब मिल कर भुगत रहें हैं !
अब देखों ना वायरस ने क्या कहर ढ़ाया है और न जानें कितनों को अपना शिकार बनाया है,
कर्फ़्यू को परकोटे तक बढ़ाना पड़ा,
मुस्तैद रहों, चुस्त रहों, कोरोना से बचने का बस यही उपाय है !