अधूरी पानीपुरी
अधूरी पानीपुरी
अधूरी पानीपुरी *
"भैया एक पापड़ी देना?"
"ये लास्ट मेँ तुम हर बार पापड़ी क्योँ खाती हो?"
"सरकारी दवाब के कारण।"
"मतलब?"
केस में तो तुम्हारी फ़ोटो किसी वायरल पोस्ट्स वाले फेसबुक पेज पर आ सकती है विथ दि हैडिंग - 'डेविल इन द फेस ऑफ़ ह्यूमैनिटी'। भीड़
"अरे! वो क्या है कि पापड़ी खाने की प्रथा इस देश मेँ बहुत पुरानी है, अगर तुमने गोलगप्पे खाने के बाद पापड़ी नहीं खाई तो लोग समझेँगे कि तुम गरीब पर एहसानAdvertisementकर रहे हो और कुछ अलग कर रहे हो, इससे जो लोग पापड़ी खाते हैं उनको हो जाती है दिक्कत, वो कहेँगे एहसान दिखाया नहीं जाता है, अगर भावनाएँ सच्ची हों तो उसको दिखाने की ज़रूरत नहीं होती। हो सकता है कि वो तुमको देशद्रोही भी घोषित कर दें अपने तथ्यों से। और अगर तुमने गोल टोपी लगाई है तो तुमको पाकिस्तान जाने की नसीहत भी मिल सकती है। एक्सट्रीम
के साथ चलोगे तो सेफ रहोगे, नहीं तो तुम्हारा भी फतवा निकल जाएगा, न्याय तो नहीं मिलेगा, मिलेंगे तो सिर्फ कैँडल्स जिनकी लौ लोगों की याददाश्त के साथ कमज़ोर भी हो जाती हो और ख़त्म भी।"
"फ्रस्ट्रेटेड लग रही हो बहुत।"
"सही पकड़े हैं।"