STORYMIRROR

ritesh deo

Abstract

3  

ritesh deo

Abstract

आंखो मे धोखे, धोखे में आंखे

आंखो मे धोखे, धोखे में आंखे

3 mins
7

एक बार एक संत जा रहे थे तो रास्ते में उन्होंने रोने की आवाज़ सुनाई , इधर उधर नज़र दौड़ाई तो देखा एक कौआ बैठा रो रहा है 

संत ने कौए से रोने की वजह पूछी और कहा कि वो उसकी पीड़ा दूर करने की कोशिश करेंगे 

 कौए ने कहा वो अपनी जिंदगी से परेशान है , ये काला रंग उसका उसे बिल्कुल नहीं भाता 

इसी वजह से कोई उसे प्यार नहीं करता ,

लोग उसे देखकर कंकर मार कर उड़ा देते है 


 संत ने कौए से कहा फिर तुम किसके जैसा बनना चाहते हो 

 कौए ने तुरंत जवाब दिया ," मुझे हँस जैसा बनना है , वो कितना सुंदर लगता है , लोग उसकी तरफ आकर्षित होते है ," 


संत ने कहा ठीक है मैं तुम्हें हँस जैसा बना दूंगा पर जाओ पहले पूछ कर आओ की क्या हँस खुश है 


कौआ उड़ा और पहुंच गया हँस के पास और उसे सब बात कही और पूछा , " हँस भाई बताइए क्या आप खुश है , " 


हँस ने कहा वो खुश नहीं है अपने रूप से 

 कौए को आश्चर्य हुआ 

 हँस ने कहा ये कोई रूप है , सफ़ेद सा , 

लोग तस्वीर लेते है तो मुझसे ज्यादा तो पानी सुंदर लगता है 

 मुझे ये रूप नहीं चाहिए 

 कौआ हँस को ले कर संत के पास आया 


हँस ने संत से कहा मुझे भी अपना रूप बदलना है 

 आप मेरी भी सहायता कीजिये और मुझे तोते जैसा बना दीजिए 

 संत ने कहा ठीक है पर जाओ पहले तोते से पूछ कर आओ क्या वो खुश है 


कौआ और हंस दोनों तोते के पास पहुँचे और उससे वही अपना सवाल दोहराया 

 तोते ने कहा पर मैं तो खुद खुश नहीं अपने रूप से 

 कोई भी मुझे देख कर पिंजरे में बंद कर लेता है 

मेरी आजादी चली जाती है 

 बस उनके इशारों पर नाचना पड़ता है 

ये कहो और वो कहो 


अब तीनों मिल कर संत के पास आए 

तोते ने कहा उसे भी रूप बदलना है और वो मोर जैसा खूबसूरत बनना चाहता है 

 संत ने कहा ठीक है पर पहले मोर से पूछो क्या वो खुश है 


तीनों मिल कर मोर के पास गए और सारी कहानी कही 

मोर भी सुन कर उदास हो गया 

मोर ने कहा मेरा रूप भी क्या रूप है ,

मैं खूबसूरत हूँ इसलिए शिकारी जब मर्जी आते है और मुझे मार कर मेरे पंखों को नोच लेते है , 

मैं हर वक़्त डर के साये में जीता हूँ कि जाने को सा दिन मेरी जिंदगी का आखिरी दिन हो 


तीनों ने पूछा फिर आप कैसा बनना चाहते हो 

मोर ने कहा अगर मुझे कोई रूप लेना ही है तो मैं कौआ बनना चाहूंगा क्योंकि सिर्फ वही आज़ाद है 

 उसे कोई नहीं पकड़ता 

 उसकी जिंदगी सबसे अच्छी है 


कहानी का अर्थ ये निकला के आप जैसे है खुद में सर्वश्रेष्ठ है , क्योंकि आप किसी के जैसा नहीं बन सकते , आप खुद अपनी कॉपी है इसलिए अपनी तुलना किसी से ना करे और जिस हाल में ,जिस रूप में है उसी में खुश रहे ।


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Abstract