आधी पगार, पूरी पगार
आधी पगार, पूरी पगार
आज सूरज पश्चिम से निकला था, मानो! मालकिन ने आगे बढ़कर पूरे पैसे दिए, वैसे लाॅकडाउन में आधी तनख्वाह देती हैं, कहती हैं कि साहब की पगार आधी हो गई है।
घर लौटते समय कमला ने घर का राशन खरीद लिया, दो दिन से बच्चों को पानी में डुबोकर रोटी खिला रही थी। महीने में कई बार पानी से पेट भरना पड़ता है। कमला थैले को सीने से चिपकाए लम्बे-लम्बे डग भरकर घर की ओर चली जा रही है, जल्दी से घर जाकर बच्चों के लिए खाना बनाना है।
अगले दिन मालकिन के मायकेवालों की फौज को आया देख पूरे पैसे देने का कारण समझ में आ गया।