STORYMIRROR

Amit Kumar

Inspirational

3  

Amit Kumar

Inspirational

ज़मीन

ज़मीन

1 min
228

सपनों के परिंदे को

आसमान मिला है

आकांक्षाओं का

साथ मिला है

अपनों का

अपने के उन

सपनों का

जिनकी ज़मीन

दिल पर उकेरे

जज़्ब ज़ज़्बात है

जो ह्रदय को नरम

और आंखों को

नम कर जाते है

तड़प को और

तड़पा जाते है

और संभले हुए को

बिखर जाते है

मोतियों की टूटी माला सा

काश! कोई समझे

कोई कोई समझाए

इस तरह किसी

जियाले को।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational