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V. Aaradhyaa

Drama Romance Fantasy

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V. Aaradhyaa

Drama Romance Fantasy

ज़ब मैं उसे देखकर मुस्कुराई

ज़ब मैं उसे देखकर मुस्कुराई

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जब मैं एक अजनबी को देखकर मुस्कुराई,

ऐसा लगा दिल की बगिया में कली चटकाई !


तब तो बात कुछ मेरी समझ में नहीं थी आई, 

मोहब्बत की शुरुआत ऐसी होती है मेरे भाई !


रात और दिन का कोई भी ख्याल नहीं रहता,

वह अजनबी फिर कोई अजनबी नहीं रहता ! 


एक अंजाना बन जाता है कब बेहद अपना,

और पूरा हो जाता है जीवनसाथी का सपना !


तभी कहते हैं, दिल का रिश्ता बड़ा प्यारा है,

अब तो यह अजनबी ही दिलदार हमारा है !


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