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RAJ KUNWAR DUBEY

Tragedy

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RAJ KUNWAR DUBEY

Tragedy

यकीन था मुझे

यकीन था मुझे

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यकीन था मुझे तुम दुबारा मेरे शहर आओगे

पर ये मालूम न था कि इस कदर आओगे

कर ली आंखें बंद, देखा तुझको जो रकीब के साथ।

मालूम न था उसके बाद भी तुम नज़र आओगे।


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