एकांत
एकांत
कोलाहल भरे संसार में कहीं एकान्त हो।
मैं रहूं, वो रहें चहुं ओर सब कुछ शांत हो।
साथ उनके बैठ कर बस अनकहा वृत्तांत हो।
कुछ हम कहें कुछ वो कहें और बात का न अंत हो।
कोलाहल भरे संसार में कहीं एकान्त हो।
मैं रहूं, वो रहें चहुं ओर सब कुछ शांत हो।
साथ उनके बैठ कर बस अनकहा वृत्तांत हो।
कुछ हम कहें कुछ वो कहें और बात का न अंत हो।