फिर घूँट घूँट के आंसुओं के पैमाने आंखों से छलक जाए... फिर घूँट घूँट के आंसुओं के पैमाने आंखों से छलक जाए...
कोलाहल भरे संसार में कहीं एकान्त हो। मैं रहूं, वो रहें चहुं ओर सब कुछ शांत हो। कोलाहल भरे संसार में कहीं एकान्त हो। मैं रहूं, वो रहें चहुं ओर सब कुछ शांत हो...
जीवन का एक वृतांत है जीवन अर्थांत अंत है प्रभु की माया अनंत है। जीवन का एक वृतांत है जीवन अर्थांत अंत है प्रभु की माया अनंत है।