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एहसास स्वीकार तस्वीर स्नेह देवी असाधारण उपलब्धि आदर प्रेम मन परमात्मा दृष्टांत जीवन सावधानी भी रखनी है कलाम साहब निर्विवाद रूप से महान विचारक थे। उनके जीवन का प्रत्येक क्षण भारतवर्ष के उत्थान को समर्पित था। उनके कई विचारों ने मूर्त रूप धारण किया और कई विचारों का धरा पर अवतार हमारी कर्मठता पर निर्भर है। ज्ञानपुञ्ज को सादर प्रणाम। प्रणाम classics चौकस सारी रही व्यवस्था हिन्दीकविता भाव 52weekswritingchallenge

Hindi सादर Poems