यह क्या हुआ है मुझे आजकल?
यह क्या हुआ है मुझे आजकल?
यह क्या हुआ है मुझे आजकल ?
लगता है हर चेहेरा किताब सा
लगती है हर मुस्कान किताब सी।
लगता ही हर नजर किताब सी।
पढ़ना चाहता हूँ सनम तुझे
काश तू होती किताब सी।
तुझे घूमता लेकर बाहों में
तुझे चूमता लेकर बाहों में।
यादे सिमटती हर पन्नो में
पर अफ़सोस इस बात का
तू नहीं है किताब सी।