STORYMIRROR

नमिता गुप्ता 'मनसी'

Abstract

1  

नमिता गुप्ता 'मनसी'

Abstract

ये मन सूरजमुखी सा..

ये मन सूरजमुखी सा..

1 min
113

ये मन..

हां, ये मन

सूरजमुखी सा ,

..घूम जाए उधर ही

जहां तुम सूरज से !!


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract