Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

AMAN SINHA

Drama Romance Tragedy

4  

AMAN SINHA

Drama Romance Tragedy

ये मेरे बस की बात नहीं

ये मेरे बस की बात नहीं

1 min
290


तु खुद हीं जुदा हो जा मुझसे अब यही बेहतर है

इश्क़ किया था तुझसे नफरत मुमकिन नहीं होगी

तेरे यादों का आशियाँ बनाए बैठे है हम कब से

प्यार के दुनिया को जलाने की हिम्मत नहीं होगी


कैसे करूँ नफरत तुझसे, बता ऐ ज़िंदगी

तुझे भूलने की हमसे कोशिश भी नहीं होगी

अब तु ही मेरी मोहब्बत को कर दे बदनाम

तुझे बदनाम करने की जुर्रत हमसे नहीं होगी


तुझे छोड़ के चला जाऊँ मैं ये हौंसला पाऊँ कहा से

कदम उठ भी गए तो चलने की ताकत नहीं होगी

जो तु है तो मेरे संग मेरी परछाई भी है

अपनी परछाई को मिटाने की मेरी हिम्मत नहीं होगी


खुद को रोक सकता था तुझे चाहने से लेकिन

चाह कर भी दिल मुझसे रुका नही

अब तेरी बेरुखी पर तुझसे नफरत करूँ

ये मेरे बस की बात नहीं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama